साल का आकिरी चंद्रग्रहण

दुनिया

 साल का आखिरी चंद्रग्रहण  आज यानी मंगलवार को लगने जा रहा है। सूतक काल भी शुरू हो गया है। यह ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा। भारत में सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में चंद्रग्रहण दिखाई देगा। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो भारत में दिखाई देने के कारण सूतक काल भी मान्य होगा। इस ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को खास सावधानी बरतने की जरूरत है।

भारत के कुछ जगहों में पूर्ण चंद्रग्रहण दिखाई देगा, जबकि अधिकांश शहरों में आंशिक ग्रहण दिखाी देगा। यह ग्रहण मेष राशि पर लग रहा है। इसलिए इस राशि के जातकों को सावधान रहने की जरूरत है। 

पौराणिक कथाओं के मुताबिक, समुद्र मंथन के बाद अमृत निकलने पर देव और असुर आपस में लड़ने लगे। दोनों ही अमृत पीना चाहते थे। इस पर भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण कर दोनों को अमृत पिलाने का प्रस्ताव रखा। इस पर देव और दैत्य दोनों सहमत हो गए। भगवान विष्णु सिर्फ देवताओं को अमृत पिला रहे थे। जब इसे राहु नाम के दैत्य ने देखा तो वह देव का रूप धारण कर देवताओं की पंक्ति में बैठ गया। उसके बारे में सूर्यदेव और चंद्रदेव को पता चल गया और उन्होंने यह बात भगवान विष्णु से बात दी। इस पर क्रोधित होकर भगवान ने राहु का सिर धड़ से अलग कर दिया। हालांकि अमृत पीने की वजह से वह जिंदा रहा। मस्तक का नाम राहु और धड़ का नाम केतु रखा गया। कहा जाता है कि सूर्यग्रहण के दिन सूर्य और चंद्रग्रहण के दिन चंद्रमा को ग्रहण करने जाते हैं।  

चंद्रग्रहण के दौरान भगवान शिव का व्रत करना चाहिए। इसके साथ ही ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करना शुभ होता है।

साल 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण आज दो बजकर 39 मिनट पर लगेगा। शाम 6 बजकर 20 मिनट पर ग्रहण खत्म होगा। भारत में ग्रहण शाम 5 बजकर 30 मिनट पर लगेगा।

बिहार में चंद्रग्रहण 46 मिनट तक रहेगा। ग्रहण शाम 5 बजकर 32 मिनट पर शुरू होकर शाम 6 बजकर 18 मिनट पर खत्म होगा।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन टेलिस्कोप से चंद्रग्रहण दिखाई देगा। इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि चंद्र ग्रहण लखनऊ में आंशिक रूप से दिखाई देगा।

साल 2022 का आखिरी चंद्रग्रहण आज लगेगा। यह साल का दूसरा चंद्रग्रहण है। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सतर्क रहना चाहिए।

साल 2022 के दूसरे और आखिरी चंद्रग्रहण के दौरान काशी में मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। ग्रहण के समाप्त होने के बाद मंदिरों के कपाट दोबारा खोले जाएंगे

साल 2022 के दूसरे और आखिरी चंद्रग्रहण के दौरान काशी में मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। ग्रहण के समाप्त होने के बाद मंदिरों के कपाट दोबारा खोले जाएंगे।

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