सबसे ज्यादा ऑब्जेक्ट याद करके मैमोरी के लिए किया इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में नाम दर्ज

अटपटी खबरें दिल्ली

नई दिल्ली 9 मार्च,2020: दुनिया में ऐसे बहुत कम उदहारण हैं जहाँ लोग अपनी पुअर फाइनेंशियल और फिजिकल सिचुएशन से हार नहीं मानते, और किसी से हेल्प की उम्मीद ना करके खुद मेहनत करके अपने बूते पर दुनिया के लिए एक मिसाल बनते हैI यहाँ हम ऐसे ही एक शख्स, परमजीत सिंह के बारे में बात कर रहे है जिन्होंने हाल ही में इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में अपना स्थान बनाया हैI

 परमजीत सिंह पहले एक फार्मा कंपनी में क्वालिटी कण्ट्रोल एग्जीक्यूटिव के रूप में काम करते थे लेकिन एक गंभीर बीमारी के कारण उन्हें अपनी जॉब छोड़नी पड़ी और दो साल तक इनका ट्रीटमेंट ऐम्स में चला, जिस कारण ये आर्थिक एवं शारीरिक रूप से काफी कमजोर हो गएI जैसा कि परमजीत जी बताते हैं की एक टाइम ऐसा आया जब ये अपनी ख़राब किस्मत पर रोते थे और इन्हें लगा कि इनकी लाइफ जैसे ख़तम हो गई है लेकिन फिर इन्होने हार नहीं मानी, खुद को सम्हाला और घर पर रहते हुए अफ़सोस करने या टाइम वेस्ट करने की बजाये माइंड एवं मैमोरी टेक्निक्स को सीखना शुरू कियाI अपनी फैमिली और कुछ खास दोस्तों की मदद से परमजीत सिंह ने एक नए सिरे से अपने करियर की शुरुआत की और शून्य से सफलता का सफर तय कियाI

इन्होनें सबसे ज्यादा ऑब्जेक्ट सबसे कम समय में याद करके अपना नाम मैमोरी पावर में  इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में दर्ज कराया है I अपने चुनौतियों को पीछे छोड़कर आज ये एक सफल माइंड एवं मैमोरी ट्रेनर हैं I

परमजीत सिंह ने माइंड एवं मैमोरी ट्रेनर के रूप में शिक्षा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनायीं है I ये स्कूल एवं कॉलेज के हजारों छात्रों को गाइड कर चुके हैं और टाइम जैसे कई प्रमुख कॉम्पिटिटिव एग्जाम इंस्टिट्यूट के साथ कार्य कर चुके हैं I परमजीत सिंह पंजाब नेशनल बैंक, एल.आई.सी. एवं एच. डी.ऍफ़.सी लाइफ जैसे ब्रांड के एम्प्लोयीज् को भी ट्रैन कर चुके हैं I इनकी यूनिक और एडवांस मैमोरी टेक्निक्स के द्वारा बच्चे हस्ते खेलते कुछ भी आसानी से याद कर लेते हैं और सफल रिजल्ट प्राप्त करते है I

यहाँ ये भी बताना जरुरी है कि परमजीत सिंह स्कूल/कॉलेज के टाइम में में एक एवरेज स्टूडेंट रहे हैं I इनका कहना है अगर विश्वास और लगन हो तो कुछ भी आसानी से प्राप्त किया जा सकता है I अगर वो गंभीर बीमारी में माइंड एवं मैमोरी टेक्निक्स सीख सकते हैं तो कोई भी सीख सकता है I परमजीत जी मानते हैं कि “माइंड और मैमोरी टेक्निक्स स्टूडेंट लाइफ/ प्रोफेशनल लाइफ और पर्सनल लाइफ सब जगह एक बेहतर परफॉर्म करने में मदद करती हैं इसलिए ये हर इंसान को सीखनी चाहिएI” इसलिए परमजीत सिंह ने  माइंड और मैमोरी टेक्निक्स को पैन इंडिया बेसिस पर ले जाने का डिसीजन लिया और अब ये देश के अलग-अलग कोनों में जाकर वहाँ के स्कूल/ कॉलेज में वर्कशॉप करके स्टूडेंट्स का करियर

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