let’s know about the symptoms of black fungus stay aware of the symptoms of tooth

सेहत

नई दिल्ली- म्यूको-माइकोसिस यानी ब्लैक फंगस कोई नया संक्रमण नहीं है, स्टोरायड्स का के ग़ैर-आनुपातिक उपयोग, लंबे समय तक आईसीयू में रहना और अस्वच्छ परिस्थितियों ने कोविड रोगियों के लिए रिकवरी को मुश्किल बना दिया है। सबसे अधिक जोखिम उन लोगों को होता है, जो अनियंत्रित मधुमेह के साथ कमज़ोर इम्यूनिटी की समस्याओं से पीड़ित हैं। 

ब्लैक फंगस संक्रमण का सबसे बड़े संकेत हैं- काली पपड़ी का बनना, एक हिस्से में पैरालिसिस, सूजन, लगातार सिरदर्द और बदतर मामलों में, जबड़े की हड्डी का नुकसान। हालांकि, इलाज कर रहे डॉक्टर का मानना है कि कुछ ऐसे संकेत भी होते हैं, जिन्हें अनदेखा कर दिया जाता है, जो संक्रमण के शुरुआती ​​​​लक्षण हो सकते हैं जिन पर ध्यान देने की ज़रूरत होती है, जैसे दांतों से जुड़ी अस्वच्छता।

ब्लैक फंगस से बचाव का एक ही तरीका है कि इससे जुड़े शुरुआती संकेतों पर ध्यान दिया जाए। अब विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसे बहुत से कारक हैं, जिनको लेकर ठीक हो रहे कोविड रोगियों को खासतौर से पहले 6 हफ्तों में सावधान रहने की ज़रूरत है। दांतों की समस्या से पीड़ित लोगों को बेहद सावधानी से निपटना चाहिए। ये संक्रमण बेहद ख़तरनाक हो सकता है अगर यह मस्तिष्क और महत्वपूर्ण चेहरे की मांसपेशियों से गुज़रता है, प्रारंभिक तरीके से यह जबड़े की हड्डी या मुंह से सांस के ज़रिए फैलता है। इसलिए, दंत की स्वच्छता का आकलन सिर्फ एक प्रारंभिक संकेत ही नहीं बल्कि, कुछ ऐसा भी हो सकता है, जो रोगी को ख़तरनाक स्थिति से बचा सकता है, यहां तक कि मृत्यु से भी।

अगर कोई व्यक्ति हाल ही में कोरोना वायरस से उबरा है, तो उसे इन लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए:

मोबाइल दांत

मोबाइल दांत होने का मतलब यह हो सकता है कि व्यक्ति विस्थापन या मसूड़े से परे एक दांत की अव्यवस्था से पीड़ित है। दांतों के ढीले होने के पीछे चोट और संक्रमण सहित कई कारणों हो सकते हैं। हालांकि, अगर आप कोरोना वायरस से उबरने के बाद अव्यवस्थित दांत से पीड़ित होते हैं, तो इसे फौरन डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

ज़बान और ओरल टिशूज़ के रंग का बदलना

ओरल टिशूज़ और उसके आसपास रंग बदलने पर इसे हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से सलाह करें।

मसूड़ों में पस आना

मसूड़ों में पस या किसी तरह का संक्रमण भी ब्लैक फंगस का शुरुआती लक्षण हो सकता है। उभरे हुए सफेद धक्कों, पस या मसूड़ों में दर्द अक्सर इसके निर्माण की विशेषता होती है, जब मसूड़े दांतों से दूर होने लगते हैं और इसकी वजह से समस्या बढ़ने लगती है। 

जबड़े के आसपास दर्द होना

म्यूको-माइकोसिस से पीड़ित लोगों में शुरुआती लक्षण के तौर पर ऊपरी जबड़े और मुंह के आसपास दर्द जैसे लक्षण का अनुभव भी होता है। ऐसे में हड्डी को नुकसान पहुंचता है और संक्रमण फैलता है, जिसकी वजह से भयानक दर्द महसूस किया जा सकता है। अगर आंखे लाल होने के साथ आप जबड़ों, माथे और चेहरे पर लगातार दर्द का अनुभव करते हैं, तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं। 

मुंह या गालों का सुनन होना

मुंह या गालों के आसपास सुन्नपन महसूस होने पर भी इसपर ध्यान दें। एक तरफ सूजन, पैरालिसिस, लाल, सुनन होने जैसे लक्षण भी ब्लैक फंगस के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। मासंपेशियों में अचानक कमज़ोरी, लार टपकाना भी फंगल इंफेक्शन का लक्षण हो सकता है।

कैसे रखें दांतों को स्वच्छ?

इस वक्त ओरल हाइजीन को बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। टूथब्रश को डिसइंफेक्ट कर रखें, मसूड़ों और जीभ को स्वस्थ और साफ रखें ताकि अन्य तरह के इंफेक्शन्स से भी दूर रहें। 

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